हवाओ में भी महक है, जिसमे खींचे चले जाये, बागो में यौवन सी है, मन मचला सा जाये, सुन्दरता तेरी इतनी है, चंदा भी शरमा जाये, आया ऐसा दिन आज है, फिर न मिल न पाए, सावन के सुन्दर ये दिन, मन भर न पायें, छोड़ न जाना हमको कभी, हर दिन सावन आये, हर दिन सावन आये। #hindikavita #vrindavanproductions